पहले छात्र अपनी 12वीं की शिक्षा पूरी करने के बाद विदेश जाने की सोचते थें। लेकिन अब समय के साथ लोगों की सोच और जीने के तौर-तरीकों में बदलाव आ गया है। लोगों में अब लोगों से तुलना करने की भावना आ गई है। पहले के आंकड़ों को देखे तो, अब विदेश जाने वाले छात्रों की तुलना में काफी बढ़ोतरी हुई है। छात्र अब 10वीं के बाद ही देश जा रहे हैं। कुछ छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वहां नौकरी की तलाश कर रहे हैं। इसलिए हमने आपको अपने पहले ब्लॉग में बताया How to get job in USA और वहां उनका भविष्य कैसा है। इसी तरह हम आपको इस ब्लॉग में Study Abroad After 10th के बारे में जानकारी देंगे। और उन्हें 10वीं के बाद विदेश में पढ़ने से क्या लाभ मिल सकता है, इसके बारे में भी संक्षेप में बताएं।
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विश्वस्तरीय शिक्षा का मौका
विदेश में पढ़ने से छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलता है। यहां के यूनिक एजुकेशन छात्रों में ग्लोबल मानकों, लेटेस्ट विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विकास लाता है। और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की अधिक समझ प्रदान करती है। इससे छात्रों का लेटेस्ट ज्ञान बढ़ता है।
सांस्कृतिक विविधता का अनुभव
विदेश में पढ़ने से छात्रों को अलग-अलग देशों की सांस्कृतिक का अनुभव होता है। विभिन्न देशों में रहकर विदेशी छात्रों को उन देशों की भाषा को समझ पते हैं। वहां के रीति-रिवाज़, खान-पान और त्योहारों के प्रति समझ बढ़ती है। इससे छात्रों की विचारधारा में विस्तार होता है। और उनकी सांस्कृतिक संवेदनशीलता विकसित होती है।
भाषा कौशल का विकास
विदेश में पढ़ने से छात्रों को अन्य भाषाओं में कौशल का विकास होता है। छात्रों को वहां की भाषा में पढ़ाई करने और संवाद करने का अवसर मिलता है। जिससे उनकी भाषा कौशल में सुधार आती है। और वे अन्य भाषाओं का अध्ययन करने में अधिक सक्षम होते हैं। यह उनकी करियर के लिए एक महत्वपूर्ण विकास का माध्यम बनता है।
आत्मनिर्भरता का विकास
विदेश में पढ़ने से छात्रों को आंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेटवर्किंग का अवसर मिलता है। विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करते समय छात्र को अन्य देशों के छात्रों के मिलने का अवसर प्राप्त होता है। यह उनके लिए व्यापारिक, सामाजिक, और वैज्ञानिक क्षेत्रों में साझेदारियों लेकर आती है। और संगठनों के साथ रिश्तों का नेटवर्क बनाने का माध्यम बनता है।
आंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग के अवसर
विदेश में पढ़ने से छात्रों को आंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेटवर्किंग करने का अवसर मिलता है। विदेशी विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करते समय, छात्रों को अन्य देशों के छात्रों और विद्यार्थियों के साथ मिलने और सहयोग करने का अवसर मिलता है। यह उनके लिए व्यापारिक, सामाजिक, और वैज्ञानिक क्षेत्रों में साझेदारियों और संगठनों के साथ गहन रिश्तों का नेटवर्क बनाने का माध्यम बनता है।
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1. क्या छात्र 10वीं के बाद विदेश में पढ़ने जा सकते हैं?
जी हां, बिल्कुल जा सकते हैं। 10वीं के छात्रों के लिए कोर्स में कई विकल्प मौजूद हैं।
2. विदेश में पढ़ाई करने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?
विदेश में पढ़ने के लिए आपको कम से कम 60% होने जरूरी हैं। जिससे आपको वहां के कॉलेज में आसानी से एडमिशन मिल जाएंगे।