Masters in Mass Communication Subjects : सब्जेक्ट, सिलेबस, करियर

जन संचार विषय छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस कोर्स में बोलने के तरीके, लिखने के तरीके और सामाजिक मुद्दों को आप किस तरह समझते हैं। और इतिहास की संपूर्ण जानकारी शामिल है। इस कोर्स में आपको हर दिन के समाचार के बारे जानकारी होनी चाहिए। और आप उस न्यूज़ को अपने अनुसार कैसे लोगों के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं। इन सभी स्किल्स पर आपको ध्यान देना होगा। हालांकि, आप Bachelor of Arts Subjects की पढ़ाई के बाद भी मास कम्युनिकेशन कोर्स कर सकते हैं। वहीं, इस ब्लॉग में Masters in Mass Communication Subjects के बारे में जानकारी मिलेगी। 

मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन कोर्स क्या है?

मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री करने के लिए कुल अवधि 2 वर्ष की होती है। जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं। इस कोर्स में प्रमुख विषय पत्रकारिता, जनसंपर्क, संचार अनुसंधान और विकास संचार है। Masters in Mass Communication Subjects में प्रेक्टिकल क्लासेज को अधिक महत्व दिया जाता है। जिसमें युवाओं को एंकरिंग और रिपोर्टिंग की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी जाती है। 

हालांकि, यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जो न्यूज़ लाइन में जाना चाहते हैं। वहीं अगर आप विदेशी यूनिवर्सिटी से इस कोर्स की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो आपको IELTS Band Score की जरूरत होगी। जिसके स्कोर के आधार पर आपको यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलेगी। 

Masters in Mass Communication Subjects क्या है?

आपको Masters in Mass Communication Subjects में आग-अलग विषयों की जानकारी हासिल करनी होगी। जैसे कि:

  • पत्रकारिता (Journalism)
  • नया मीडिया (New Media)
  • विज्ञापन देना (Advertising)
  • जनसंपर्क (Public relations)
  • रिपोर्टिंग और संपादन (Reporting and editing)
  • मीडिया कानून और नैतिकता (Media laws and ethics)
  • जनसंचार के सिद्धांत (Principles of mass communication)
  • मुद्रण माध्यम (Print media)
  • संचार अनुसंधान (Communication Research)
  • विकास संचार (Development communication)
  • फोटोग्राफी (Photography)
  • टीवी प्रोडक्शन (TV production)

मास कम्युनिकेशन के प्रकार 

जब आप इस कोर्स का अध्ययन करते हैं, तब आपको सभी विषयों की पढ़ाई करनी होती है। लेकिन जब आप अंतिम साल में जाते हैं, तब आपको किसी एक विषय का चुनाव करना पड़ेगा। जिसके लिए आपको इस कोर्स के सभी प्रकारों के बारे में जानना होगा। जैसे कि, मास कम्युनिकेशन के 6 मुख्य प्रकार होते हैं। जिनके नाम हैं:

  1. ट्रेडिशनल मीडिया (Traditional media)
  2. प्रिंट मीडिया (Print media)
  3. इलेक्ट्रॉनिक/ब्रॉडकास्ट मीडिया (Electronic/Broadcast Media)
  4. आउटडोर मीडिया या आउट ऑफ़ होम मीडिया (Outdoor Media and Out of Home Media)
  5. ट्रांजिट मीडिया (Transit media)
  6. डिजिटल मीडिया/न्यू मीडिया/इंटरनेट (Digital Media/New Media/Internet)

मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन सिलेबस 

आपको मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन कोर्स में 4 सेमेस्टर की पढ़ाई करनी होगी। जिन विषयों की जानकारी नीचे दी गई है। 

मास कम्युनिकेशन कोर्सेज के प्रकार 

यहां आपको Mass Communication के अलग-अलग कोर्स की जानकारी मिलेगी। जैसे कि डिप्लोमा, यूजी, पीजी और पीएचडी। 

मास्टर इन मास कम्युनिकेशन कोर्स के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटी 

जिन छात्रों को Masters in Mass Communication Subjects की पढ़ाई विदेश से करनी है। उनके लिए कई देशों में बेस्ट यूनिवर्सिटी उपलब्ध हैं। जिनके नाम नीचे दिए गए हैं:

  • Stanford University
  • University of Southern California
  • London School of Economics and Political Science
  • University of California, Berkeley
  • Goldsmith, University of London
  • Nanyang Technological University
  • National University of Singapore
  • The Chinese University of Hong Kong
  • Queensland University of Technology

भारत की टॉप यूनिवर्सिटी लिस्ट  

जो छात्र छात्र के बेस्ट कॉलेज से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई करना चाहते हैं, वो नीचे दिए गए विकलापों का चयन कर सकते हैं। 

  • International Institute of Mass Media – IIMM Delhi
  • Delhi University
  • AJK Mass Communication and Research Centre
  • Xavier Institute of Communications (XIC)
  • Symbiosis Centre for Media and Communication (SCMC)
  • Amity School Of Communication
  • NSHM Institute of Media & Design 

मास कम्युनिकेशन कोर्स करने के लिए स्किल्स 

किसी भी कोर्स की पढ़ाई के लिए स्किल्स होना जरूरी है। उसी तरह इस कोर्स के लिए कुछ खास विशेषयता होना जरूरी है। जैसे कि:

  • अच्छा कम्युनिकेशन स्किल होना चाहिए। 
  • इंटरनेट और सोशल मीडिया का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए। 
  • रचनात्मकता होना चाहिए। 
  • अच्छे भाषा का प्रयोग करना आना चाहिए। 
  • लेखन की प्रतिभा होनी चाहिए। 
  • साक्षात्कार कौशल
  • समस्या समझने और उसे सुलझाने का कौशल होना चाहिए। 
  • नेटवर्किंग कौशल
  • अच्छा अनुसंधान कौशल
  • मजबूत अवलोकन कौशल

विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए आवश्यक दस्तावेज 

यदि आप मास कम्युनिकेशन कोर्स विदेशी यूनिवर्सिटी से करना चाहते हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी। जैसे कि:

  • Official Academic Transcript
  • स्केन किया हुआ पासपोर्ट कॉपी 
  • IELTS और TOEFL का रिक्वायर्ड टेस्ट स्कोर 
  • Professional/Academic LORs
  • SOP
  • Essay (यदि जरूरी है)
  • Portfolio (यदि जरूरी है)
  • Updated CV/Resume
  • पासपोर्ट और छात्र वीजा 
  • बैंक डिटेल्स 

मास कम्युनिकेशन करने के बाद करियर विकल्प 

जब आप मास कम्युनिकेशन कोर्स की डिग्री हासिल कर लेंगे, तब आपको करियर कई अच्छे विकल्प मिलेंगे। जिसमें आप एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं। जैसे कि:

  • Reporter
  • Editor
  • News anchor
  • Video editor
  • News producer
  • Cameraman
  • Photojournalist
  • RJ
  • Content writer
  • Film director
  • Art director
  • Film video editor
  • Sound engineer
  • Script writer
  • Public Relations Officer
अधिक जानकारी के लिए फॉर्म भरें



    FAQs

    1. मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन कोर्स में कौन-कौन से विषय शामिल हैं?

    1. Communication institute
    2. Media research
    3. Journalism
    4. Science
    5. Social media
    6. Film and television
    7. Public relations
    8. Masters Thesis

    2. मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन कोर्स के बाद नौकरी के कौन-कौन से विकल्प हैं?

    आपको मास्टर्स इन मास कम्युनिकेशन कोर्स के बाद नौकरी के कई अच्छे विकल्प मिलेंगे। जिसमें अच्छी सैलरी के साथ-साथ अच्छा जीवन भी है। जो आपकी पर्सनालिटी को निखरेगा। जैसे कि:
    1. Journalism in Print, Digital, and Broadcast Journalism
    2. Media Management
    3. Public Relations
    4. Reporter
    5. Editor
    6. News anchor
    7. Video editor
    8. RJ
    9. Content writer
    10. Photojournalist

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