Microbiology Subjects: सब्जेक्स्ट, सिलेबस और करियर

भारत में लाखों- करोड़ों छात्र हैं, जिसमें ज्यादातर मेडिकल लाइन में जाना चाहते हैं। वहीं, Microbiology Subjects जो एक मेडिकल कोर्स है। ये कोर्स छात्रों के बीच लोकप्रिय विषय में से एक है। इस कोर्स के बाद काफी अच्छा स्कोप है। जो छात्रों के करियर के बेहतर साबित हो सकती है। इस कोर्स उस छात्रों के लिए है, जो मेडिकल लाइन में जाना चाहते हैं। यदि आप ये कोर्स विदेश से करना चाहते हैं, तो आप Cheap Universities in Canada के विकल्पों का चयन कर सकते हैं। वहीं, इस ब्लॉग में हम आपको माइक्रोबायोलॉजी कोर्स से संबंधित पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। 

माइक्रोबायोलॉजी कोर्स क्या है?

माइक्रोबायोलॉजी एक बायोलॉजी का एक ब्रांच है। इस कोर्स में छोटे संजीवों का अध्ययन किया जाता है। ये संजीव इतने छोटे होते हैं, कि उन्हें सूक्ष्म एककोशिकीय संजीव (Microscopic Unicellular Organism) भी कहा जाता है। इसमें बैक्टीरिया, वाइरस, फंगस, प्रोटोजोआ, आर्किया, और अन्य जीवित जीव शामिल हैं। 

माइक्रोबायोलॉजिस्ट इन जीवित जीवों के विशेष गुणों और प्रभावों को जानने के लिए काम करते हैं। ये संजीव आम जीवन में कहीं न कहीं महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमारे शरीर में गुणकारी हो सकते हैं। जैसे कि अच्छे बैक्टीरिया हमारे पाचन में मदद करते हैं। वहीं, कुछ बैक्टीरिया हमें बीमारियों से बचाने के लिए हमारा प्रतिरोध (Resistance) बढ़ाते हैं।

इसे आसान शब्दों में समझे तो, यह बायोलॉजी की एक ब्रांच है, जिसमें प्रोटोजोआ, बैक्टीरिया,ऐल्गी और वायरस जैसे माइक्रोऑर्गेनिज्म की पढ़ाई होती है। इसमें (Microbiologist in Microbes) के इंसानों, पौधों और जानवरों पर पड़ने वाले पॉजिटिव और निगेटिव दोनों प्रभावों को जानने का मौका मिलता है। इसके अलावा आपको इस ब्लॉग में Microbiology Subjects के जुड़ी अन्य जानकारी मिलेगी। 

Microbiology Subjects क्या है?

इस कोर्स के सब्जेक्ट आपके डिग्री पर निर्भर करती है। क्योंकि सभी डिग्री के अलग-अलग अवधि के साथ सेमेस्टर के विभिन्न होते हैं। यहां माइक्रोबायोलॉजी के कुछ प्रमुख सब्जेक्ट के नाम दिए गए हैं। 

  • Microbial Physiology
  • Microbial Genetics
  • Medical Microbiology
  • Immunology
  • Virology
  • Bacteriology
  • Mycology
  • Parasitology
  • Industrial Microbiology
  • Environmental Microbiology

इसके अलावा आपको सभी कोर्स स्तर के अनुसार Microbiology Subjects की लिस्ट मिल जाएगी। जिनकी सूची नीचे दी गई है। 

लोकप्रिय माइक्रोबायोलॉजी कोर्सेज 

छात्र माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई अलग-अलग स्तर से कर सकते हैं। जैसे कि, बैचलर्स, मास्टर्स और पीएचडी। यहां आपको सभी लोकप्रिय कोर्सेज के बारे में जानकारी मिलेगी। 

माइक्रोबायोलॉजी सिलेबस 

माइक्रोबायोलॉजी एक बैचलर्स डिग्री है, जो 3 साल की होती है। जिसमें 6 सेमेस्टर होते हैं, जिसकी पढ़ाई के लिए आपको सिलेबस की जानकारी होनी जरूरत है। यहां आपको सेमेस्टर के अनुसार सिलेबस की जानकारी मिलेगी। 

माइक्रोबायोलॉजी के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटी 

यदि आप विदेश से माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो यहां आपको कई टॉप यूनिवर्सिटीज मिल जाएंगी। जिनके नाम हैं:

माइक्रोबायोलॉजी के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटी 

जिन छात्रों को भारत से माइक्रोबायोलॉजी कोर्स करनी है, तो उनके लिए भी यहां अच्छे कॉलेज हैं। जहां लाखों-करोड़ों युवाओं के अपना सपना पूरा किया है। यहां कुछ विशेषता प्राप्त कॉलेज के नाम दिए गए हैं। जिनके नाम हैं:

माइक्रोबायोलॉजी के ब्रांच 

आपको माइक्रोबायोलॉजी के अलग-अलग स्पेशलाइजेशन मिलेंगे। जो इस सेक्टर के अन्य पहलुओं को कवर करती है। यहां आपको उन सभी ब्रांच की जानकारी मिलेगी। जिनके नाम हैं:

इसके अलावा माइक्रोबायोलॉजी के अन्य प्रमुख ब्रांच के नाम यहां दिए गए हैं। 

माइक्रोबायोलॉजी के लोकप्रिय स्पेशलाइजेशन लिस्ट

आपको यहां माइक्रोबायोलॉजी में आने वाले स्पेशलाइजेशन की लिस्ट मिलेगी। जिसके नाम हैं:

  • Agricultural Microbiology
  • Industrial Microbiology
  • Evolutionary Microbiology
  • Nano microbiology
  • Cellular microbiology
  • Soil microbiology
  • Veterinary Microbiology
  • Generation Microbiology
  • Micro organism
  • Water microbiology
  • Pharmaceutical microbiology
  • Microbial Genetics
  • Environmental Microbiology

योग्यता 

यदि आप माइक्रोबायोलॉजी कोर्स करना चाहते हैं, तो आपमें कुछ योग्यता होनी जरूरी है। जैसे कि:

  • अगर आप माइक्रोबायोलॉजी में बैचलर डिग्री करना चाहते हैं, तो आपको मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCB (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स) से 12वीं की पढ़ाई करनी होगी। जिसमें आपको अच्छे मार्क्स लाने होंगे। 
  • अब भारत हो या अब्रॉड, इन यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा के बाद ही आपको एडमिशन मिल सकती है। वहीं, अगर आप विदेशी यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए SAT और ACT स्कोर की जरूरत होगी। 
  • आपको माइक्रोबायोलॉजी में पीजी प्रोग्राम के लिए बैचलर्स में अच्छे नंबर लाने होंगे। और विदेशी यूनिवर्सिटी में अच्छे ग्रैड के साथ-साथ GRE स्कोर की भी आवश्यकता होती है। 
  • इसमें सबसे जरूरी हैं, भाषा परीक्षा जैसे कि IELTS Band Score और TOEFL के स्कोर। 
  • विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए SOP, LOR, रिज्यूमे और पोर्टफोलियो की अहम भूमिका होती है।

दस्तावेज 

माइक्रोबायोलॉजी कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत होगी। जिनक बारे में नीचे पूरी जानकारी दी गई है। 

  • आपके पास Official academic transcript होनी चाहिए। 
  • आपका स्केन किया पासपोर्ट कॉपी तैयार करना होगा। 
  • IELTS या TOEFL के टेस्ट स्कोर 
  • आपको Professional/Academic LORs की जरूरत होगी। 
  • S.O.P
  • Essay (अगर आवश्यकता है)
  • Portfolio (अगर आवश्यकता है)
  • एक Updated CV या रिज्यूमे 
  • पासपोर्ट 
  • छात्र वीजा 
  • आपके बैंक के 6 महीने का डिटेल्स 

माइक्रोबायोलॉजी के बाद नौकरी विकल्प 

इस कोर्स के बाद आपको बहुत ही अच्छे नौकरी के विकल्प मिलेंगे। जिसमें आपका व्यक्तित्व विकास भी होगा। नीचे कुछ नौकरियों के नाम दिए गए हैं, जैसे कि:

  • Microbiologist
  • Pharmacologist
  • Biotechnologist
  • Virologist
  • Mycologist
  • Quality Assurance Technologist
  • Research Assistant
  • Medical Chemist
  • Biomedical Scientist
  • Clinical Research Associate
  • Cosmetologist
अधिक जानकारी के लिए फॉर्म भरें



    FAQs

    1. माइक्रोबायोलॉजी कोर्स के बाद कौन-कौन सी नौकरी कर सकते हैं?

    आपको माइक्रोबायोलॉजी कोर्स करने के बाद काफी अच्छे नौकरी के ऑप्शन मिलेंगे। जैसे कि:
    1. Biotechnologist
    2. Virologist
    3. Microbiologist
    4. Pharmacologist
    5. Mycologist

    2. माइक्रोबायोलॉजी कोर्स के लिए कौन सी टॉप विदेशी यूनिवर्सिटी है?

    आप अगर विदेश में माइक्रोबायोलॉजी कोर्स की पढ़ाई करना छाते हैं। तो आपको विदेश में कई टॉप रैंकिंग वाली यूनिवर्सिटी मिल जाएगी। जिनके नाम हैं:
    1. University of Victoria
    2. University of British Columbia
    3. University of Sydney
    4. University of Queensland
    5. San Diego State University
    6. San Francisco State University

    3. बैचलर ऑफ माइक्रोबायोलॉजी में कितने सेमेस्टर होते हैं?

    बैचलर ऑफ माइक्रोबायोलॉजी कोर्स 3 साल की होती है। जिसमें कुल 6 सेमेस्टर होते हैं। और साल साल में 2 सेमेस्टर होते हैं। कोर्स के अंतिम वर्ष में सभी सेमेस्टर के अंक जोड़े जाते हैं। 

    4. माइक्रोबायोलॉजी कोर्स विदेश से करने के लिए क्या जरूरी है?

    यदि आप माइक्रोबायोलॉजी कोर्स विदेश से करना चाहते हैं, तो आपको IELTS एग्जाम देना होगा। जिसके बाद आप आपको विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलेगी।