क्या आप जानते हैं कि 40% छात्र अब हाई-टेक संबंधित कोर्स चुनते हैं अपने ग्रेजुएशन के लिए?

इसमें कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग व कंप्यूटर इंजीनियरिंग आदि प्रमुख हैं

पर इसके साथ ही एक चौंका देने वाला आंकड़ा सामने आता है

कि 22% कंप्यूटर साइंस के छात्र अपनी डिग्री बीच में ही छोड़ देते हैं व 20% इस डिग्री को छोड़ कोई अन्य कोर्स करने लगते हैं

आपको बता दें कि विश्व में सबसे ज्यादा ड्रॉपआउट रेट अगर किसी डिग्री का है तो वो है कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग

तो आखिर क्या कारण है कि इतनी बड़ी तादाद में छात्र कंप्यूटर साइंस की डिग्री बीच में ही छोड़ रहे हैं? आइए जानते हैं

अब कुछ छात्रों को लगता है कि कंप्यूटर साइंस गेमिंग जैसा ही है

वहीँ अधिकतर छात्र जो इस डिग्री को चुनते हैं जानते ही नहीं कि उन्हें करना क्या है

जबकि आज के दौर में एक सटीक गोल का होना बेहद जरूरी है

कंप्यूटर साइंस महज एक नहीं बल्कि करियर को कई शाखाओं से जोड़ता है

प्रोग्रामिंग से आईटी, वेब डेवलपिंग से डिजाइनिंग, साइबर सिक्योरिटी से AI तक, यहाँ हैं कई विकल्प

इसलिए छात्र अक्सर पूरी तैयारी ना होने के कारण व कभी-कभी आर्थिक परिस्थितियों के कारण भी ये डिग्री बीच में ही छोड़ देते हैं

इसलिए इस डिग्री को लेने से पहले सोच लें कि आपको इससे क्या चाहिए व आप किसी चका-चौंध से प्रभावित तो नहीं हैं