क्यों जर्मन छात्र बाकि देशों के छात्रों से इतने बड़े होते हैं? 

मानिए आप चलते-चलते किसी 40-45 वर्षीय से टकरा जाएँ और फिर आपको पता चले कि वो अभी अपनी ग्रेजुएशन कर रहे हैं 

सुनने में भले ही अजीब लगे पर जर्मनी में ये बिल्कुल आम बात है

क्योंकि जर्मनी में 13 साल का स्कूल सिस्टम है

इसके बावजूद अगर किसी छात्र के अच्छे मार्क्स नहीं आते तो पढ़ाई को दोबारा करना भी जर्मनी में कोई बड़ी बात नहीं है

इसके साथ ही जर्मनी में 17 साल की उम्र से छात्र मिलिट्री आदि जैसे प्रोग्राम भी जॉइन कर लेते हैं

कई छात्र तो यूनिवर्सिटी में जाने से पहले ही जॉब आदि करने लगते हैं

इसके साथ ही जर्मनी में बैचलर प्रोग्राम 4 वर्षीय हैं इसलिए छात्र सबकुछ करते-करते एक बड़ी उम्र तक पहुँच जाते हैं

हालाँकि जर्मनी में पढ़ाई मुफ्त व अच्छी होने के कारण कई वयस्क व वृद्ध तक शिक्षा पाने के लिए प्रेरित हो जाते हैं

साथ ही बता दें कि जर्मनी में गैप ईयर लेना आम बात है व कभी-कभी यूनिवर्सिटी में एडमिशन का इंतज़ार करने में 1-2 साल निकल जाता है

जर्मनी में पढ़ाई के लिए कठोर नियम नहीं हैं इसलिए छात्र अपनी मर्जी से कोई भी कोर्स पढ़ सकते हैं