अभिनय की तैयारी:  छात्र को एक अच्छी अभिनय स्कूल या कला संस्थान में प्रवेश लेना चाहिए।

जहां उन्हें व्यापक अभिनय सिखाया जाएगा।

भाषा का अध्ययन:  विदेशी छात्रों के लिए भाषा ज्ञान महत्वपूर्ण होता है।

इसके साथ ही उच्चतम स्तर का बोलचाल और लेखन कौशल मायने रखती हैं।

संगठन का ज्ञान:  कास्टिंग, न्यूनतम डायलाग काउंट, रिहर्सल टाइम और प्रयोगात्मक साधनों के बारे में जानकारी होनी चाहिए।

एक अच्छा नेटवर्क बनाना भी महत्वपूर्ण है।

प्रदर्शन के अवसरों का पता लगाएं: 

विदेश में नाट्य फेस्टिवल, नाटक कंपनियों, फिल्म और टेलीविजन उद्योग के लिए ऑडिशन और आवेदनों के बारे में जानकारी प्राप्त करें।

अनुभव का प्राप्ति:  छोटे रोलों, रिकॉर्डिंग वौइस्, नाटक या संगीत वीडियो आदि में सहयोगी भूमिकाओं में काम करना शुरू करें।

निरंतर अभ्यास:  रंगमंच, कैमरे, अभिनय टेक्नीक्स, शारीरिक व्यायाम और मनोविज्ञान के क्षेत्र में निरंतर अभ्यास करें।

ताकि अभिनय कौशल में सुधार आ सके।

इन सुझावों का पालन करके, भारतीय छात्र विदेश में अपनी अभिनय करियर को मजबूती से शुरू कर सकते हैं।