आजकल के युवा जिंदगी भर के 9-5 से मुँह बनाते है पर बिज़नेस का ख़ुमार उनके सिर चढ़ कर बोलता है

हालाँकि नौकरी हो या बिज़नेस, फ़ायदे और नुकसान हैं दोनों के ही

तो आइए जानते हैं कि पढ़ाई के बाद छात्रों के लिए क्या है बेहतर विकल्प

किसी धनी परिवार से होने पर बिज़नेस का रिस्क काफी आसानी से उठाया जा सकता है 

हालाँकि मिडिल क्लास वाले छात्रों के लिए ये काफी प्लानिंग का काम है

इसलिए ऐसा होने पर हो सकता है कि आपको 9-5 से शुरुआत करनी पड़े

ऐसा नहीं है कि नौकरी करना बेकार है, ये नजरिए पर निर्भर करता है

बल्कि शुरूआती दौर में नौकरी करने से आर्थिक मजबूती मिलती है

जिसके बाद आप अपना बिज़नेस शुरू कर सकते हैं

वहीँ बिज़नेस में आपको शुरूआती दौर में ही मोटे पैसे की जरुरत पड़ती है

इसलिए बहुत से लोगों के लिए ये एकदम से संभव नहीं है

हालाँकि बिज़नेस जगत में आज़ादी, बेहतर ग्रोथ, अधिक आर्थिक मजबूती, व कण्ट्रोल मिलता है

वहीँ इसके आता है बड़ा रिस्क व जिम्मेदारियाँ भी

पर नौकरी में आपको मिलती है स्थिरता, फ्लेक्सीबिलटी, व बेहतर नेटवर्किंग के अवसर

पर शायद यहाँ आप कम ग्रोथ, कम आज़ादी व दूसरों के कण्ट्रोल के शिकार हो जाएं