बचपन में तो हम सभी चाँद पर जाने का सपना देखते हैं पर बड़े होते-होते हमें ये सब बाते मजाक लगने लगती हैं

हालाँकि लखनऊ की बेटी, डॉ. ऋतू  करिधाल ने ये साबित कर दिया कि सपनों को भी सच किया जा सकता है

वह इसरो की साइंटिस्ट हैं व चंद्रयान-3 की कमान भी उन्होंने ही संभाल रखी है

तो क्या आप भी ऐसा कर दुनिया के लिए एक उदाहरण बनना चाहते हैं?

तो ये कोर्स आपको चाँद से भी ऊँची बुलंदियों पर ले जायेंगे

पहले तो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM में न्यूनतम 75% अंक होने चाहिए

और इसके साथ ही IISc, IIT, NIT आदि में एडमिशन होना जरुरी है

जिसके लिए आपको JEE जैसी प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा

B.Tech, ऐरोस्पेस, मैकेनिकल, फिजिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग से हो

तो ISRO में सीधा जाने के अवसर बढ़ जाते हैं

अगर आप IIST यानी भारतीय अन्तरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान से पढ़ाई करते हैं

तो बधाइयाँ !!! व इसके बाद आपको ISRO का ICRB एग्जाम देना होगा

जिसके बाद आप इंटरव्यू में पास होकर ISRO के सदस्य बन सकते हैं