इंजीनियरिंग करना तो मानो भारत में एक कभी खत्म ना होने वाला ट्रेंड है

बचपन से ही सब छात्रों को मात्र दो विकल्प दिए जाते हैं, डॉक्टरी या इंजीनियरिंग

खैर, जब ऐसी बातें नन्हीं-सी उम्र में शुरू हो जाती हैं

तो अंदाजा लगाएं कि इसकी तैयारी किस उम्र से शुरू हो जाती होगी

जी हां, मात्र 10 वर्षीय छात्र JEE आदि जैसी प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर देते हैं

और सफल भी यही होते हैं तो अगर आप भी इन नन्हें जाँबाजों से उत्साहित हुए हैं

तो आइए जानते हैं क्या है इंजीनियर बनने का फार्मूला

पहले तो मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM में न्यूनतम 75% अंक प्राप्त करें

जिस संस्थान से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं उसकी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करें

जैसे, JEE Mains & Advanced, VITEEE, BITSAT, MET, SRMJEEE आदि

इंजीनियरिंग का क्षेत्र बहुत व्यापक है इसलिए जान लें कि B.Tech किस विषय से करनी है

अधिकतर टेक्नोलॉजी व नई तकनीक वाली इंजीनियरिंग प्रचलन में हैं

जैसे, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, AI, एरोस्पेस, व मरीन इंजीनियरिंग आदि

JEE देना जरूरी नहीं है पर आपको कोई न कोई प्रवेश परीक्षा तो देनी ही होगी

और अगर आप IIT या NIT में प्रवेश लेना चाहते हैं तो आपको ये देना होगा