अगर आप भी इंजीनियरिंग में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं

तो पहले जान लें कि इंजीनियरिंग कितनी तरह की होती है

एक तो हैं सदाबहार इंजीनियरिंग और एक हैं माक्रेट में नई आयीं टेक्नोलॉजिकल इंजीनियरिंग

तो आइए शुरू करते हैं

सदाबहार इंजीनियर यानी परंपरागत इंजीनियरिंग जहाँ हाथ-पैर चलाने पड़ें

जैसे सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग व केमिकल इंजीनियरिंग आदि

और तो और सरकारी नौकरी के मौके भी इन्हीं सदाबहार इंजीनियरिंग में मिलते हैं

वहीँ टेक्नोलॉजिकल इंजीनियरिंग वो हैं जो अब कुछ समय से प्रचलन में हैं

जहाँ आपको अक्सर 8 -9 घंटे AC केबिन में बैठना पड़ता है और अब हर जगह इनका ही बोलबाला है

जैसे, सॉफ्टवेयर, AI व ML, रोबोटिक्स, डाटा साइंस, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग आदि

इनमे नौकरी अधिकतर प्राइवेट सेक्टर में ही उपलब्ध है

और यहां सैलरी भी बड़ी मजेदार है और आपको बड़ी-बड़ी MNC में काम करने का मौका भी मिलेगा