अगर आप भी Hardware या Software engineering में कंफ्यूज हैं

तो अब आपका सारा कंफ्यूजन दूर हो जाएगा, आइए शुरू करते हैं

देखिए, वैसे तो दोनों ही इंडस्ट्री एक -दूसरे के बिना अधूरी हैं

एक में दिमाग के साथ हाथ-पैर की मेहनत भी लगती है व दूसरे में मात्र दिमाग लगाने से काम हो जाता है

हालाँकि आसान कोई भी नहीं पर फिर भी कहीं अधिक मेहनत Hardware इंजीनियरिंग में लगती है

Hardware इंजीनियरिंग, कंप्यूटर प्रोडक्ट को डिज़ाइन, बनाना, टेस्ट व डेवेलप करना है

वहीँ Software इंजीनियरिंग, कंप्यूटर प्रोग्राम, एप्लीकेशन, गेम व OS आदि डिज़ाइन व बिल्ड करना है

आसान शब्दों में समझें तो Software इंजीनियरिंग किताबी ज्ञान पर अधिक आधारित है

अगर कुछ खराब हुआ तो कोड आदि को वापस एनालाइज करो

वहीँ Hardware इंजीनियरिंग काफी प्रैक्टिकल है इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की तरह

अगर कुछ खराब हुआ तो वापस से दूसरा सिस्टम बनाओ

दोनों ही इंजीनियरिंग में औसतन सालाना सैलरी 4 से 14 लाख तक हो सकती है

पर Software इंजीनियरिंग Hardware इंजीनियरिंग के मुक़ाबले कहीं ज्यादा आसान है