बहुचर्चित रिलायंस इंडस्ट्रीज और मुकेश अम्बानी के नाम से दुनियाभर में कौन परिचित नहीं होगा?

अब जब बात बिज़नेस की हो और किसी गुजराती का नाम ना आए ऐसा तो असंभव है

जी हां, 1950 में धीरूभाई अम्बानी ने अपने रिलायंस स्टार्टअप की नींव सबसे पहले मसाले के व्यापार से रखी

व्यापार को सफल होता देख उन्होंने टेक्सटाइल इंडस्ट्री में भी अपना हाथ आजमाया व पहली टेक्सटाइल मिल खड़ी कर दी

इसके बाद वो पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री में भी आने से नहीं चूके और इस इंडस्ट्री के बादशाह बन गए

साथ ही अपना व्यापर बढ़ाते-बढ़ाते वो एनर्जी प्रोडक्शन के मैदान में भी उतर गए

हालाँकि इसमें उन्होंने कठोर संघर्ष किया और बाद में अपने बिज़नेस को शेयर बाज़ार में भी उतार दिया

इसके बाद धीरूभाई अम्बानी रिलायंस की जिम्मेदारी अपने दोनों बेटों, मुकेश व अनिल को सौंप 2002 में चल बसे

अब रिलायंस ना केवल भारत का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर बन गया है बल्कि फोर्ब्स लिस्ट में 45th रैंक पर भी है

हालाँकि पिता के निधन के बाद दोनों भाइयों का झगड़ा 10 साल से भी ज्यादा चला

पर मुकेश अम्बानी के सटीक विश्लेषण व कठिन मेहनत के कारण रिलायंस आज भी ऊंचाइयों को छू रहा है

इसका सीधा उदारण उनका हाल की में शुरू किया स्टार्टअप जिओ है

बता दें कि मुकेश अम्बानी विश्व के 9वें सबसे धनी इंसान हैं

Seraphinite AcceleratorOptimized by Seraphinite Accelerator
Turns on site high speed to be attractive for people and search engines.