क्या आप तैयारी कर रहे हैं प्रतियोगी परीक्षाओं की?
Register For Study Abroad
तो जरूर जान लें चंद्रयान-3 से जुड़े महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान के इन प्रश्नों को
तो जरूर जान लें चंद्रयान-3 से जुड़े महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान के इन प्रश्नों को
आने वाले माह में सिविल सेवा, SSC, बैंकिंग व रेलवे से जुड़े बहुत से एग्जाम आने वाले हैं
आने वाले माह में सिविल सेवा, SSC, बैंकिंग व रेलवे से जुड़े बहुत से एग्जाम आने वाले हैं
और चंद्रयान-3 इन सबका एक मुख्य आकर्षण बिंदु होगा
और चंद्रयान-3 इन सबका एक मुख्य आकर्षण बिंदु होगा
इसलिए जान लें कि चंद्रयान-3, 14 जुलाई, 2023 को 2:35 PM पर अपनी चंद्रयात्रा पर निकला
इसलिए जान लें कि चंद्रयान-3, 14 जुलाई, 2023 को 2:35 PM पर अपनी चंद्रयात्रा पर निकला
चंद्रयान-3 पृथ्वी से निकला है चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सुरक्षित लैंडिंग के लक्ष्य से डॉ. ऋतू करिधाल के नेतृत्व में
चंद्रयान-3 पृथ्वी से निकला है चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सुरक्षित लैंडिंग के लक्ष्य से डॉ. ऋतू करिधाल के नेतृत्व में
रॉकेट LVM3 के द्वारा चंद्रमा की सतह पर एक छोटा रोवर "प्रज्ञान" व लैंडर "विक्रम" छोड़ा जायेगा
रॉकेट LVM3 के द्वारा चंद्रमा की सतह पर एक छोटा रोवर "प्रज्ञान" व लैंडर "विक्रम" छोड़ा जायेगा
जिससे भारत को चंद्रमा की दक्षिणी सतह का गहन अध्ययन करने में मदद मिलेगी
जिससे भारत को चंद्रमा की दक्षिणी सतह का गहन अध्ययन करने में मदद मिलेगी
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सूर्य की रोशनी नहीं पहुँचती जिसके कारण वह मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ है
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सूर्य की रोशनी नहीं पहुँचती जिसके कारण वह मुख्य चर्चा का विषय बना हुआ है
माना जाता है वहां बर्फ या पानी के साथ कुछ अद्भुत धातु होने के साक्ष्य मिल सकते हैं
माना जाता है वहां बर्फ या पानी के साथ कुछ अद्भुत धातु होने के साक्ष्य मिल सकते हैं
GSLV मार्क 3 ISRO का सबसे बड़ा व शक्तिशाली लांचर है जिसे "बाहुबली राकेट" के नाम से भी जाना जाता है
GSLV मार्क 3 ISRO का सबसे बड़ा व शक्तिशाली लांचर है जिसे "बाहुबली राकेट" के नाम से भी जाना जाता है
ये बाहुबली "विक्रम" लैंडर को सपोर्ट करेगा जो 40 दिन तक वहीँ रहेगा
ये बाहुबली "विक्रम" लैंडर को सपोर्ट करेगा जो 40 दिन तक वहीँ रहेगा
अनुमान है कि 23 अगस्त तक चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुँच जायेगा
अनुमान है कि 23 अगस्त तक चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव तक पहुँच जायेगा
इस पूरे चंद्रयान का कुल वजन 3,900 किग्रा है जिसमें 615 रुपए की लागत आयी है
Register For Study Abroad