छात्रवृत्ति योजना:
सरकार ने विदेश में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्तियां दी जाती है।
इससे छात्रों को पढ़ाई की व्यापक आर्थिक सहायता मिलती है।
ऋण सहायता योजना:
छात्रों को विदेश में पढ़ने के लिए सरकार द्वारा कुछ विशेष ऋण सहायता योजनाएं दी जाती हैं।
ये ऋण सहायता छात्रों को कम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त करने में मदद करती है।
शिक्षा उद्यमी कार्यक्रम:
सरकार ने शिक्षा उद्यमियों (Entrepreneurs) के लिए विदेश में व्यवसाय स्थापित करने के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया है।
इसके माध्यम से छात्रों को विदेश में अध्ययन करने के बाद उनकी अद्यतन ज्ञान (updated knowledge) से उद्यम स्थापित करने में मदद मिलेगी।
विदेशी शिक्षा मेला:
सरकार ने विदेशी शिक्षा मेले आयोजित किए हैं। जहां छात्रों को विदेशी शिक्षा के बारे में जानकारी और मार्गदर्शन मिलेगा।
इन मेलों में विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों और व्यावसायिक संस्थानों के प्रतिनिधि शिक्षा संस्थानों के साथ बात-चित करने का मौका मिलेगा।
विदेशी शिक्षा दूतावास:
भारतीय सरकार ने कई देशों में विदेशी शिक्षा दूतावास की नियुक्ति की है।
ये दूतावास छात्रों को विदेशी शिक्षा के बारे में सहायता, जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। जिससे छात्रों को मदद मिलेगी।
कैरियर काउंसलिंग:
सरकार ने विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के बाद छात्रों को कैरियर काउंसलिंग सेवाएं भी प्रदान की हैं।
ये सेवाएं छात्रों को अपने करियर विकास और रोजगार के अवसरों के बारे में बताएंगी।
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